लाल चंद प्रार्थी ‘चाँद’ कुल्लुवी की रचनाएँ
ख़ुश्क़ धरती की दरारों ने किया याद अगर ख़ुश्क़ धरती की दरारों ने किया याद अगर उनकी आशाओं का बादल हूँ बरस जाऊँगा कौन समझेगा… Read More »लाल चंद प्रार्थी ‘चाँद’ कुल्लुवी की रचनाएँ
ख़ुश्क़ धरती की दरारों ने किया याद अगर ख़ुश्क़ धरती की दरारों ने किया याद अगर उनकी आशाओं का बादल हूँ बरस जाऊँगा कौन समझेगा… Read More »लाल चंद प्रार्थी ‘चाँद’ कुल्लुवी की रचनाएँ