उर्मिला शुक्ल की रचनाएँ
बनानी है चिडिय़ा नहीं अभी नहीं होगा अवसान अभी तो मुझे मांगना है आकाश से खुलापन और धरती से दृढ़ता पानी से तरलता और पवन… Read More »उर्मिला शुक्ल की रचनाएँ
बनानी है चिडिय़ा नहीं अभी नहीं होगा अवसान अभी तो मुझे मांगना है आकाश से खुलापन और धरती से दृढ़ता पानी से तरलता और पवन… Read More »उर्मिला शुक्ल की रचनाएँ
ओस भरी दूब पर टहनी को चिन्ता है जड़ की जड़ को फूलों की इसी तरह से गुज़र-बसर चलता है मौसम में आएगी चिड़िया पहले… Read More »शांति सुमन की रचनाएँ
कद्दू की बारात कद्दू जी की चली बरात, हुई बताशों की बरसात! बैंगन की गाड़ी के ऊपर बैठे कद्दू राजा शलजम और प्याज ने मिलकर… Read More »शांति अग्रवाल की रचनाएँ
पैसे के बारे में एक महत्त्वाकांक्षी कविता के लिए नोट्स मैं पैसे नहीं कमाता जब बहुत खुश होता हूँ, तब भी कोई योजना नहीं बनाता… Read More »आर. चेतनक्रांति की रचनाएँ
मेढक किस तरह मेढक फुदकता जा रहा, देखने में क्या मजा है आ रहा! कूदते चलते भला हो किस लिए, तुम मचलते हो भला यों… Read More »आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ
उमस में मई की उमस में अपने छोटे से कमरे की खिड़की और दरवाजों को दिन भर मजबूती से बन्द रखा मैंने ताकि लू कि… Read More »अजित कुमार की रचनाएँ
सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस , चौदहोँ भुवन भरी दीपति विशाला है । तेरहू के पति… Read More »आत्मा की रचनाएँ
बहार आई है फिर चमन में नसीम बहार आई है फिर चमन में नसीम इठला के चल रही है हर एक गुंचा चटक रहा है… Read More »आग़ा ‘शाएर’ क़ज़लबाश की रचनाएँ
कुत्ता और मज़दूर कुत्ता इक कोठी के दरवाज़े पे भूँका यक़बयक़ रूई की गद्दी थी जिसकी पुश्त से गरदन तलक रास्ते की सिम्त सीना बेख़तर… Read More »अहसान बिन ‘दानिश’ की रचनाएँ