ख़ुर्शीद अहमद ‘जामी’ की रचनाएँ
ऐ इंतिज़ार-ए-सुब्ह-ए-तमन्ना ये क्या हुआ ऐ इंतिज़ार-ए-सुब्ह-ए-तमन्ना ये क्या हुआ आता है अब ख़याल भी तेरा थका हुआ पहचान भी सकी मेरी ज़िंदगी मुझे इतनी… Read More »ख़ुर्शीद अहमद ‘जामी’ की रचनाएँ
ऐ इंतिज़ार-ए-सुब्ह-ए-तमन्ना ये क्या हुआ ऐ इंतिज़ार-ए-सुब्ह-ए-तमन्ना ये क्या हुआ आता है अब ख़याल भी तेरा थका हुआ पहचान भी सकी मेरी ज़िंदगी मुझे इतनी… Read More »ख़ुर्शीद अहमद ‘जामी’ की रचनाएँ