कैलाश झा ‘किंकर’ की रचनाएँ
भेलै केहन ससुरा केहन हम्मर नैहर रहै भेलै केहन ससुरा। बूँदा-बूदी होत्तेॅ होय छै कादऽ कैसन गाँव में केना केॅ वियाह कैलन बाबू ऐसन गाँव… Read More »कैलाश झा ‘किंकर’ की रचनाएँ
भेलै केहन ससुरा केहन हम्मर नैहर रहै भेलै केहन ससुरा। बूँदा-बूदी होत्तेॅ होय छै कादऽ कैसन गाँव में केना केॅ वियाह कैलन बाबू ऐसन गाँव… Read More »कैलाश झा ‘किंकर’ की रचनाएँ
प्रार्थना माँ सरस्वती! बसॅ हृदय में स्वीकार करॅ सुमन-चंदन। चरण-कमल रॅ दास बनाबॅ। सदा प्रार्थना शीश नमन। जे कुछ देखियै, सच-सच लिखियै, पाठक केॅ ले… Read More »कस्तूरी झा ‘कोकिल’ की रचनाएँ
जन्म खण्ड / गेना जों बसन्त मेँ गाछी के ठारी सेँ निकलै टूसाचतुरदशी के बाद सरँग मेँ विहँसै चान समूचाबितला शैशव पर जों आबै मारलेॅ… Read More »अमरेन्द्र की रचनाएँ