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Komal Rajeshwari

राजीव भरोल ‘राज़’की रचनाएँ

मुहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया मुहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया, मेरी कश्ती को दरिया पार करना ही नहीं आया.… Read More »राजीव भरोल ‘राज़’की रचनाएँ

राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की रचनाएँ

आसान नहीं होता जिस घर में बुजुर्गो का सम्मान नहीं होता। उस घर में कभी ईश्वर मेहरवान नहीं होता॥ वो तो कभी चैंन से ही… Read More »राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की रचनाएँ

राज़िक़ अंसारी की रचनाएँ

हमारे मिलने का एक रस्ता बचा हुआ है हमारे मिलने का एक रस्ता बचा हुआ है अभी तलक फोन बुक में नम्बर लिखा हुआ है… Read More »राज़िक़ अंसारी की रचनाएँ

राजा शिवप्रसाद सितारे-हिन्द की रचनाएँ

चौतुक्का-1 \ घोड़े पर अपने चढ़के जो आता हूँ मैं क़रतब जो हैं सो सब दिखाता हूँ मैं, उस चाहने वाले ने जो चाहा तो… Read More »राजा शिवप्रसाद सितारे-हिन्द की रचनाएँ

राजा मेंहदी अली खान की रचनाएँ

जन्नत से मण्टो का ख़त 1 मैं ख़ैरियत से हूँ लेकिन कहो कैसे हो तुम ‘राजा’ बहुत दिन क्यों रहे तुम फ़िल्म की दुनिया में… Read More »राजा मेंहदी अली खान की रचनाएँ

राजा चौरसिया की रचनाएँ

मैंने चित्र बनाया पर्वत से जो निकल रही है मैदानों में मचल रही है, कल-कल करती हुई नदी का मैंने चित्र बनाया तो! इधर मुड़ी… Read More »राजा चौरसिया की रचनाएँ

राजा खुगशाल की रचनाएँ

दुनिया का चेहरा एक समय था जब दुनिया के दो चेहरे थे यूनान के देवता ज़ेसस कीतरह एक चेहरा बिल्कुल ख़ामोश दूसरा बेहद बुलन्द एक… Read More »राजा खुगशाल की रचनाएँ

राजा अवस्थी की रचनाएँ

कथा कौन-सी अपनी ही पीड़ा के पन्ने बाँच नहीं पाये तुमको वे कैसे समझाते अर्थ व्यथाओं के. कई पीढ़ियों से पुरखों ने पोथी सत्यनारायण बाँची;… Read More »राजा अवस्थी की रचनाएँ

राजहँस की रचनाएँ

आजु परभात छबि औरई लखानी तन आजु परभात छबि औरई लखानी तन , औरे रँग तरुनी तिया को ह्वै गयो । राजहँस सफल हिये की… Read More »राजहँस की रचनाएँ