उरूज क़ादरी की रचनाएँ
यास ओ उम्मीद यास मोरिद-ए-ज़ुल्म हूँ आमाज-गह-ए-तीर हूँ मैं तख़्ता-ए-मश्क़-ए-सितम क़ैदी-ए-ज़ंजीर हूँ मैं सैंकड़ों दुश्मन-ए-सफ़्फ़ाक लगे हैं पीछे कितने ही नावक-ए-बेदाद का नख़चीर हूँ मैं… Read More »उरूज क़ादरी की रचनाएँ
यास ओ उम्मीद यास मोरिद-ए-ज़ुल्म हूँ आमाज-गह-ए-तीर हूँ मैं तख़्ता-ए-मश्क़-ए-सितम क़ैदी-ए-ज़ंजीर हूँ मैं सैंकड़ों दुश्मन-ए-सफ़्फ़ाक लगे हैं पीछे कितने ही नावक-ए-बेदाद का नख़चीर हूँ मैं… Read More »उरूज क़ादरी की रचनाएँ
चुनिंदा शेर (1) खुश वह दिन कि हुस्ने यार से जब अक्ल खीराः थी यह सब महरूमियां हैं आज हम जितना समझते हैं (2) यहाँ… Read More »उम्मीद अमेठवी की रचनाएँ
इल्म ओ फ़न के राज़-ए-सर-बस्ता को वा करता हुआ इल्म ओ फ़न के राज़-ए-सर-बस्ता को वा करता हुआ वो मुझे जब भी मिला है तर्जुमा… Read More »उमैर मंज़र की रचनाएँ
अहसासों की वो पगडंडी अहसासों की वो पगडंडी मुझे तुम तक ले आई पर मैं जब तुम्हारे पास पहुँचा तो जाने क्यों लगा मैं रास्ता… Read More »उमेश पंत की रचनाएँ
प्यार बना उपहार हमारा प्यार बना उपहार हमारा प्राण प्रिये आभार याद रहेगा ताजीवन अब यह मनहर उपकार मुख पर है मुस्कान ज़रूरी इसके बिन… Read More »उमेश कुमार राठी की रचनाएँ
सुनो, सुनो, सुनो ! पैदा हुए उन्नीस बोरे धान मन में सज गए हज़ारों अरमान लेकिन निर्मम था मण्डी का विधान ऊपर था खुला आसमान… Read More »उमेश चौहान की रचनाएँ
ये जो दिख रहे हैं ये जो दिख रहे हैं इच्छाधारी लोग हैं जो लगातार अपनी कविताओं मे पूँजीवाद का पुतला फूँक रहें हैं शाम… Read More »उमा शंकर सिंह परमार की रचनाएँ
आ गए कुहरे भरे दिन आ गए, कुहरे भरे दिन आ गए। मेघ कन्धों पर धरे दिन आ गए । धूप का टुकडा़ कहीं भी… Read More »उमाशंकर तिवारी की रचनाएँ
वह औरत उस छोटी खिड़की से जबकि इस बड़े शहर में बड़े-बड़े घर हैं और इन बड़े-बड़े घरों में हैं बड़ी-बड़ी खिड़कियाँ, तब उसके हिस्से… Read More »उमाशंकर चौधरी की रचनाएँ
पल्लू की कोर दाब दाँत के तले पल्लू की कोर दाब दाँत के तले कनखी ने किये बहुत वायदे भले । कंगना की खनक पड़ी… Read More »उमाकांत मालवीय की रचनाएँ